cancel
Search
Home
Labels
Archives/ All Posts
About Me
Contact
mode_edit
x
Your Name:
E-mail Address *:
Message *:
हवाएँ . .
मेरी डायरी में
हवाएँ . .
मेरी डायरी में
more_vert
यादें
- - - - - - - १- - - - - - -
वक़्त की शाख से
टूटकर वो लम्हे
Tuesday, 28 May 2013
read
Newer Posts
मैं खुद को तोड़ता मरोड़ता फिर से बनाता हूँ..
बचपन से जो कुछ भी सीखा है और दुनिया ने सिखाया है उस ज्ञान को भुलाना चाहता हूँ और इसी चाहत में मैं खुद से रोज़ इक जंग लड़कर हार ...
रात
फ़र्ज़ कीजिए कि आप गिर रहे हों एक अंतहीन खाई में
एक बेतुकी सी प्रेम कहानी
प्रेम कहानी और वह भी बेतुकी सी. ज़िन्दगी अक्सर बेतुकी बातों में ही अपने छंद संजो जाती है, जिन्हें पाने के लिए हम कितने ही प्रयत्न करते रह...
आवाजें..
वे किस्से सुनाती हैं अंधेरों के बिखरने की रौशनी के रेशे उधेड़ कर देखती हैं अनगिनत बंद दरवाज़े पागलों सी आवाजें कौन आवाजें? आवाजें..
किनारे
इंतज़ार
"अहा! तुम लौट आए." "लौटा तो हूँ, पर ठहरूँगा नहीं."
फिलॉसफर
लहरों का बनना, बिगड़ना, आना, और वापस लौट जाना धीरज को उलझाये हुए था. उसने अपनी नज़र घुमाई तो देखा कि वाणी सामने की ओर देख रही है. मुग्ध, स्थि...
एक चिट्ठी गाँधी के नाम
A letter to Gandhi गाँधी,
यादें साल भर
बीतते वर्ष की कितनी बातें फिर यादें ही बन जाती हैं और नई पुरानी यादों में इक होड़ सी ठन जाती है
पत्थर
तुमने जो
archive
►
2019
( 1 )
►
April
( 1 )
►
2018
( 4 )
►
July
( 1 )
►
March
( 2 )
►
February
( 1 )
►
2017
( 7 )
►
December
( 1 )
►
July
( 2 )
►
May
( 1 )
►
March
( 1 )
►
January
( 2 )
►
2016
( 7 )
►
November
( 1 )
►
September
( 1 )
►
July
( 1 )
►
May
( 1 )
►
April
( 3 )
►
2014
( 4 )
►
December
( 1 )
►
July
( 1 )
►
June
( 1 )
►
April
( 1 )
▼
2013
( 1 )
▼
May
( 1 )
यादें
labels
कविताएँ
( 7 )
अनुभूति
( 5 )
प्रारंभिक कविताएँ
( 5 )
डायरी
( 3 )
बस यूँ ही
( 1 )
मैं खुद को तोड़ता मरोड़ता फिर से बनाता हूँ..
बचपन से जो कुछ भी सीखा है और दुनिया ने सिखाया है उस ज्ञान को भुलाना चाहता हूँ और इसी चाहत में मैं खुद से रोज़ इक जंग लड़कर हार ...
रात
फ़र्ज़ कीजिए कि आप गिर रहे हों एक अंतहीन खाई में
एक बेतुकी सी प्रेम कहानी
प्रेम कहानी और वह भी बेतुकी सी. ज़िन्दगी अक्सर बेतुकी बातों में ही अपने छंद संजो जाती है, जिन्हें पाने के लिए हम कितने ही प्रयत्न करते रह...
archive
►
2019
( 1 )
►
April
( 1 )
►
2018
( 4 )
►
July
( 1 )
►
March
( 2 )
►
February
( 1 )
►
2017
( 7 )
►
December
( 1 )
►
July
( 2 )
►
May
( 1 )
►
March
( 1 )
►
January
( 2 )
►
2016
( 7 )
►
November
( 1 )
►
September
( 1 )
►
July
( 1 )
►
May
( 1 )
►
April
( 3 )
►
2014
( 4 )
►
December
( 1 )
►
July
( 1 )
►
June
( 1 )
►
April
( 1 )
▼
2013
( 1 )
▼
May
( 1 )
यादें
labels
अधूरी कहानी
अनुभूति
कविताएँ
डायरी
प्रारंभिक कविताएँ
बस यूँ ही