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आवाजें..


वे किस्से सुनाती हैं
अंधेरों के बिखरने की
रौशनी के रेशे उधेड़ कर देखती हैं
अनगिनत बंद दरवाज़े
पागलों सी आवाजें

कौन आवाजें?
आवाजें..

Wednesday, 21 September 2016